"मम्मी के हाथ में चप्पल वाटा क्यों है" Mummy ke hath me Chappal Vata kyo hai?

हैलो - हाय, बॉय - बॉय, टाटा ... क्यों है ? 'निठल्लों' की गली में 'सन्नाटा' ... क्यों है ? मुहब्बत के "ऑन लीज़" ठेकेदार ... तू बता, इसमें बस दुकानदार का 'घाटा' ... क्यों है ? रजाई के भीतर मोबाईल.. कोई गन्दी बात नहीं है! तो मम्मी के हाथ में चप्पल वाटा ...क्यों है ? ओए, पहले कह रहा था, जलता नहीं मुझसे! फिर "इतना हंगामा" तूने काटा ... क्यों है ? दो मिनट की ठण्ड से पतलून गीली होती है, तो करता तू इतना 'सैर -सपाटा'... क्यों है ? - सदैव से आपका - " आर्यण ठाकुर " (अंकुर सिंह राठौड़) Visit Author's official Facebook profile : Facebook. com/ankurthakur21