"मम्मी के हाथ में चप्पल वाटा क्यों है" Mummy ke hath me Chappal Vata kyo hai?
हैलो - हाय, बॉय - बॉय, टाटा ... क्यों है ?
'निठल्लों' की गली में 'सन्नाटा' ... क्यों है ?
मुहब्बत के "ऑन लीज़" ठेकेदार ... तू बता,
इसमें बस दुकानदार का 'घाटा' ... क्यों है ?

रजाई के भीतर मोबाईल.. कोई गन्दी बात नहीं है!
तो मम्मी के हाथ में चप्पल वाटा ...क्यों है ?
ओए, पहले कह रहा था, जलता नहीं मुझसे!
फिर "इतना हंगामा" तूने काटा ... क्यों है ?
दो मिनट की ठण्ड से पतलून गीली होती है,
तो करता तू इतना 'सैर -सपाटा'... क्यों है ?
- सदैव से आपका -
" आर्यण ठाकुर "
(अंकुर सिंह राठौड़)
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